Personal Loan लेने वाले जान लें ये 5 जरूरी बात, वरना हो सकती हैं बड़ी मुसीबत
NEWS HINDI TV, DELHI: पर्सनल लोन (Personal Loan) एक लंबी अवधि का लोन होता है। यह एक अनसिक्योर्ड लोन (unsecured loan) होता है जिसको लेने के लिए आपको किसी भी चीज को गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती. साथ ही ये लोन आपको बहुत आसानी से मिल जाता है और बहुत ज्यादा फॉर्मेलिटी की भी जरूरत नहीं पड़ती. यही वजह है कि ब्याज दरें ज्यादा होने के बावजूद लोग जरूरत के समय में पर्सनल लोन (Personal Loan) का विकल्प चुन लेते हैं. लेकिन लोन लेने के बाद उसे चुकाना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है.
इसलिए अक्सर पर्सनल लोन (Personal Loan) लेने के बाद जब ज्यादा ब्याज दरों के साथ उसकी ईएमआई चुकानी पड़ती है, तब लोग परेशान होते हैं. इसलिए लोन के लिए अप्लाई करने से पहले ही आपको 5 बातों को दिमाग में बैठा लेना (Personal Loan Tips) चाहिए ताकि लोन लेने के बाद पछतावे की कोई गुंजाइश न रहे.
बैंको की ब्याज दरों की करें तुलना:
लोन लेते समय सबसे पहले तो सभी बैंको की ब्याज दरों की तुलना (Comparison of interest rates of banks) करना जरूरी है। पर्सनल लोन (Personal Loan) का ब्याज 11 प्रतिशत से लेकर 24 प्रतिशत तक हो सकता है. इसलिए लोन लेने से पहले आप कई बैंकों में विजिट करें. ताकि बैंकों की ब्याज दरों की तुलना कर सकें. जहां ब्याज कम हो, वहां से लोन लें. इससे आपकी ईएमआई (EMI) कम हो जाएगी. ध्यान रखिए ब्याज जितना ज्यादा होगा, ईएमआई (EMI) उतनी ही बड़ी होगी.
क्रेडिट स्कोर का अच्छा होना है जरूरी:
जब भी आप पर्सनल लोन (Personal Loan) लेने के लिए जाते है तो उस समय आपके क्रेडिट स्कोर (Cibil Score) को भी देखा जाता है, इसलिए यदि आप लोन के लिए अप्लाई करने जा रहे हैं, तो अपना क्रेडिट स्कोर बेहतर रखें. अगर आपका क्रेडिट स्कोर (credit score) अच्छा नहीं है तो आपको लोन महंगी ब्याज दरों पर मिलेगा. इसके अलावा पर्सनल लोन (Personal Loan) की कुछ शर्तें होती हैं जैसे आपकी मंथली इनकम कम से कम 15,000 होनी चाहिए. मौजूदा नौकरी का अनुभव एक साल इससे ज्यादा होना चाहिए.....
अपनी क्षमता के अनुसार लें लोन:
आपके फायदे के लिए बता दें कि पर्सनल लोन लेते समय सबसे ज्यादा ध्यान आप अपने लोन अमाउंट (Loan amount) का रखें. आजकल बैंकों के लोन कैलकुलेटर नेट पर मौजूद हैं, आप उनके जरिए ये आइडिया ले सकते हैं कि कितने अमाउंट पर ईएमआई (EMI) कितनी बनेगी. जितनी ईएमआई आप आसानी से चुका सकें, उस हिसाब से लोन का अमाउंट डिसाइड करें.
ज्यादा लंबे अवधि के लिए न लें लोन:
बता दें कि पर्सनल लोन (Personal Loan Tenure) को चुकाने के लिए अधिकतम पांच साल तक दिए जाते हैं. कई बार ऐसा होता है कि लोग ईएमआई (EMI) छोटी करने के चक्कर में लोन की अवधि बड़ी कर लेते हैं. इससे आपका ही नुकसान होता है. आपकी ईएमआई जरूर छोटी होती है, लेकिन आपको ब्याज बहुत ज्यादा चुकाना होता है. इसलिए कोशिश करें कि लोन चुकाने की अवधि ज्यादा लंबी न हो.
समय पर करें ईएमआई का भुगतान:
अगर आपने लोन ले रखा है तो आपको उसकी किस्त (Loan EMI) को निर्धारित समय पर चुकाने का ध्यान रखें. ऐसा न करने पर आपका सिबिल स्कोर (Cibil Score) खराब होगा, साथ ही भविष्य में लोन लेने की क्षमता भी प्रभावित होगी.