Gold Price today 2 May : सोने की खूब हो रही बिक्री, महज 90 दिनों में बिक गए 95.5 टन आभूषण, चेक करें सोने की ताजा कीमतें

Gold Price today 2 May 2024 : पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतों (sone ki kimat) में गिरावट देखने को मिल रही हैं। और हाल ही में मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक यह जानकारी मिली हैं कि सोने की बिक्री में लगातार बढ़ोतरी हो रही हैं। और आपको बता दें कि सिर्फ 90 दिन में 95.5 टन ज्‍वैलरी की बिक्री हुई हैं। जानिए अपने शहर में सोने का आज का भाव...
 

NEWS HINDI TV, DELHI : Gold Demand on Record Leval : सोना प‍िछले द‍िनों र‍िकॉर्ड लेवल पर पहुंचकर अब नीचे की तरफ आ रहा है. लेक‍िन महंगाई के इस दौर में भी ज्‍वैलरी खरीदने वालों का मोह कम नहीं हुआ और इस दौरान धड़ाधड़ ज्‍वैलरी ब‍िकी है. बीती 19 अप्रैल को सोने का रेट जीएसटी समेत 75800 रुपये प्रत‍ि 10 ग्राम पर पहुंच गया था.

लेकिन इसके प्रति लोगों के आकर्षण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनवरी से मार्च के बीच सोने की बिक्री सालाना आधार पर 8 फीसदी बढ़कर 136.6 टन हो गई. इसमें लोगों ने सिर्फ 95.5 टन सोने के आभूषण खरीदे। इसके अलावा 41 टन सिक्के और बिस्कुट बिके. यह जानकारी वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGCWorld Gold Council) द्वारा जारी की गई है।

ज्‍वैलरी और निवेश दोनों में हो रहा इजाफा:

दूसरी ओर, भारतीय रिजर्व बैंक (reserve Bank of India) द्वारा खरीदे गए सोने की मांग भी बढ़ गई है। इस साल जनवरी-मार्च की कीमत पर नजर डालें तो देश की सोने की मांग सालाना आधार पर 20 फीसदी बढ़कर 75,470 करोड़ रुपये हो गई. इसकी वजह खपत में बढ़ोतरी के साथ-साथ तिमाही औसत कीमत में 11 फीसदी की बढ़ोतरी भी है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGCWorld Gold Council) ने अपनी वैश्विक रिपोर्ट 'गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स Q1 2024' जारी की। इसके मुताबिक, भारत की कुल सोने की मांग, जिसमें आभूषण और निवेश दोनों शामिल हैं। इस साल जनवरी-मार्च में बढ़कर 136.6 टन हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 126.3 टन थी.

मार्च में सोने की कीमत र‍िकॉर्ड लेवल पर पहुंचीं:

अपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में सोने की कुल मांग में से ज्‍वैलरी की मांग चार प्रतिशत बढ़कर 95.5 टन हो गई. कुल निवेश मांग (बार, सिक्के आदि) 19 प्रतिशत बढ़कर 41.1 टन हो गई. डब्ल्यूजीसी (WGCWorld Gold Council) के भारत में क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन जैन ने कहा कि सोने की मांग बढ़ना भारतीयों के सोने के साथ स्थायी रिश्ते की पुष्टि करती है. उन्होंने कहा, ‘भारत का निरंतर मजबूत वृहद आर्थिक परिवेश सोने के आभूषणों की खपत के लिए सहायक रहा, हालांकि मार्च में कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं.

तिमाही के अंत में बिक्री कम हो गई।' जैन ने उम्मीद जताई कि इस साल भारत में सोने की मांग 700-800 टन के आसपास रहेगी. उन्होंने कहा कि अगर कीमतों में बढ़ोतरी जारी रही तो मांग इस दायरे के निचले स्तर पर रह सकती है. 2023 में देश में सोने की मांग 747.5 टन थी।

भारत और चीन में पहली बार हुआ ऐसा-:

मांग बढ़ने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर सचिन जैन ने कहा क‍ि ऐतिहासिक रूप से, भारत और चीन सहित दुनिया के पूर्वी बाजार में बदलाव तब आता है जब कीमतें नीचे जा रही होती हैं और उतार-चढ़ाव होता है. लेक‍िन पश्‍च‍िमी बाजार में बदलाव तब आता है जब कीमतें ऊपर जा रही होती हैं. उन्होंने कहा, पहली बार हमने पूरी तरह उलटफेर देखा है, जहां भारतीय और चीनी बाजार में सोने की कीमत में इजाफा होने पर बदलाव आया है.

र‍िजर्व बैंक ने बढ़ाई खरीद:

कीमत र‍िकॉर्ड लेवल पर पहुंचने के साथ ही देश ही सोने की ड‍िमांड लगातार बढ़ रही है. इसी साल जनवरी से मार्च के दौरान आरबीआई ने 19 टन सोने की खरीद की है. जबक‍ि 2023 में पूरे साल के दौरान केवल 16 टन सोने की खरीद हुई थी. बढ़ती कीमत के बावजूद जनवरी-मार्च में ग्‍लोबल लेवल पर सोने की मांग 3 प्रतिशत बढ़कर 1,238 टन हो गई. यह 2016 के बाद से सबसे मजबूत तिमाही रही. डब्ल्यूजीसी (WGC) की रिपोर्ट ‘गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स क्यू1 2024’ के अनुसार, सोने की कुल ग्‍लोबल मांग (ओवर द काउंटर खरीद सहित) सालाना आधार पर 3 प्रतिशत बढ़कर 1,238 टन हो गई.

आरबीआई क्‍यों खरीद रहा सोना:

दुनिया भर में बढ़ती अनिश्चितता के बीच आरबीआई विदेशी मुद्रा भंडार में बदलाव के चलते सोना खरीदने पर फोकस कर रहा है। इसके अलावा मजबूत होते डॉलर के मुकाबले रुपये को अतिरिक्त समर्थन देने के लिए सोने की खरीदारी भी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही आरबीआई महंगाई से निपटने के लिए ज्यादा सोना भी खरीद रहा है क्योंकि महंगाई बढ़ने पर सोने की कीमत (sone ki kimat) बढ़ जाती है। इसके अलावा आरबीआई भू-राजनीतिक तनाव के बीच कच्चे तेल के महंगा होने के जोखिम को कम करने के लिए सोने की खरीद पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।