इन गलतियों के कारण रिजेक्ट हो जाते है Home Loan, आवेदन करने से पहले जरूर जान लें ये जरूरी बातें

Home Loan Rejection Reasons : होम लोन लेना एक बेसिक जरूरत होती हैं लेकिन कईं कोशिशों के बाद भी यह पास नहीं हो पाता। आज हम इस खबर में उन गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके कारण आपके होम लोन आवेदन रिजेक्ट होने की संभावना बढ़ जाती है। और आप खाली हाथ रह जाते हैं.

 

NEWS HINDI TV, DELHI : अगर आप होम लोन लेने के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक, हाउसिंग कंपनियों और एबीएफसी कंपनियों की ओर से आपकी प्रोफाइल को अच्छे से चेक किया जाता है। इसके बाद ही बैंक या एनबीएफसी कंपनी द्वारा आपको होम लोन दिया जाता है। होम लोन लेते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

लोन की ज्यादा इंक्वायरी करना -


अगर आप लोन के लिए बार-बार अलग-अलग बैंकों या एनबीएफसी कंपनियों में जाकर इंक्वायरी करते हैं तो आपका लोन आवेदन रिजेक्ट होने की संभावना ज्यादा है। इसकी पीछे की वजह है कि जब भी आप किसी बैंक के पास लोन के लिए आवदेन करते हैं तो बैंक आपका क्रेडिट स्कोर चेक करता है।

ऐसे में बार-बार कई बैंकों की ओर से चेक किए जाने पर आपको क्रेडिट हंगरी मान लिया जाता है और इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर फर्क पड़ता है। आपको लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है। इस कारण से जब लोन लेना तब ही इंक्वायरी करनी चाहिए। 

आयु -


अगर आप 50 वर्ष की आयु के बाद होम लोन के आवेदन करते हैं तो इसके एप्रूव होने की संभावना कम है। वहीं, 30 वर्ष का कोई शख्स होम लोन के लिए आवेदन करता है तो दस्तावेज सही होने पर उसका होम लोन जल्द एप्रूव हो जाएगा।

इसके पीछे ऐज फैक्टर है। होम लोन एक लंबी अवधि का लोन होता है और बैंक उन्हीं लोगों को देना पसंद करते हैं, जिनके पास लोन चुकाने के लिए समय कम से कम 15 से 20 वर्ष हो। 


क्रेडिट हिस्ट्री न होना -


अगर आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है तो भी आपका लोन आवेदन खारिज होने की संभावना है। ऐसे में बैंक आपका एवेल्यूएशन नहीं कर पाता है और आपका आवेदन रिजेक्ट हो जाता है। 

ब्लैक लिस्टेड प्रोजेक्ट -


कई बार बैंक और एनबीएफसी कंपनियों की ओर से कुछ प्रोजेक्ट और इलाकों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाता है।  ऐसे में आप ऐसे प्रोजेक्ट या इलाके से लोन के लिए आवेदन करते हैं तो आपके लोन आवेदन के रिजेक्ट होने की पूरी संभावना है।

होम लोन आवेदन से पहले बरतें ये सावधानियां -

क्रेडिट स्कोर को 750 से ऊपर रखें।


आय के सभी दस्तावेज एकत्रित कर लें।


पुराने चुकाये गए लोन के दस्तावेज ले लें। 


प्रॉपर्टी के दस्तावजे भी रख लें।