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Noida के 21 बिल्डर कर रहे मनमर्जी, इनके कारण 1997 फ्लैटों की नहीं हो रही रजिस्ट्री

Noida Builders: एक रिपोर्ट के हवाले से ये खबर सामने आ रही है कि नोएडा के 21 बिल्डरों के कारण 1997 फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। वे अपनी मन मर्जी कर रहे है.. आइए नीचे खबर में जानते है आखिर पूरा मामला क्या है। 
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Noida के 21 बिल्डर कर रहे मनमर्जी, इनके कारण 1997 फ्लैटों की नहीं हो रही रजिस्ट्री

NEWS HINDI TV, DELHI:  मकान सबका सपना होता है। लोग जीवन भर की जमा-पूंजी लगा कर एक अदद फ्लैट बुक कराते हैं। बायर्स को लगता है कि जल्दी से जल्दी फ्लैट मिल जाए तो उसकी रजिस्ट्री हो। लेकिन नोएडा में ढेरों दागी बिल्डर हैं, जिन्हें अथॉरिटी से रजिस्ट्री करने की अनुमति मिल चुकी है। लेकिन वे बायर्स के पक्ष में रजिस्ट्री नहीं कर रहे हैं। ऐसे दागी बिल्डरों की सूचना नोएडा अथॉरिटी ने सार्वजनिक कर दी है।


लिस्ट में 21 बिल्डरों के हैं नाम-


नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्य अधिकारी (ग्रुप हाउसिंग) की तरफ से जारी सूची में 21 बिल्डर्स के प्रोजेक्ट्स के नाम हैं। इनमें कुल मिला कर 1997 फ्लैट्स हैं। इन प्रोजेक्ट्स के लिए प्राधिकरण की तरफ से जरूरी अनुमति मिल चुकी है। लेकिन बिल्डर खरीदार के पक्ष में रजिस्ट्री नहीं कर रहे हैं।

इसके बाद नोएडा प्राधिकरण की ग्रुप हाउसिंग विभाग ने फ्लैट खरीदारों से एक अपील की। प्राधिकरण ने कहा है कि वह उन बिल्डरों से अपनी अपनी रजिस्ट्री कराए, जो प्राधिकरण कार्यालय से कंप्लीशन सर्टिफिकेट ले चुके है। प्राधिकरण ने उन 21 बिल्डर परियोजनाओं की सूची तथा फ्लैट की संख्या सार्वजनिक कर दी है। अब भी ये बिल्डर रजिस्ट्री नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ जुर्माना लगाया जा सकता है। 


अब भी सुधर जाएं बिल्डर-


ग्रुप हाउसिंग विभाग ओएसडी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि बिल्डर प्रोजेक्ट्स में यूनिट्स को त्रिपक्षीय सब लीज डीड या रजिस्ट्री कराने की अनुमति बिल्डर्स या डेवलपर्स को दी जा चुकी है। इसके बावजूद भी उनके द्वारा फ्लैट खरीदारों के पक्ष में त्रिपक्षीय सव लीज डीड / रजिस्ट्री नहीं कराई जा रही है।


सरकार चाहती है कि अधिक से अधिक फ्लैट खरीदारों को उनके फ्लैटों की रजिस्ट्री हो। इसी को पूरा करने के लिए प्राधिकरण की ओर से लगातार रजिस्ट्री शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है। लेकिन फ्लैट खरीदारों के पक्ष में त्रिपक्षीय सब लीज डीड या रजिस्ट्री नहीं हो सकी है। ऐसे में उन बिल्डरों को सूचीबद्ध कर लिया गया है। यदि अब भी वे सबलीज डीड नहीं कराते, तो उनके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा।


कौन कौन हैं बिल्डर नोएडा प्राधिकरण ने जिन बिल्डरों के नाम सार्वजनिक किए है वो इस प्रकार हैं।

सेक्टर-75    एक्स मैक्स गार्डेनिया डेवलपर्स प्राइवे लिमिटेड    201 फ्लैट
सेक्टर-75    एक्स मैक्स गार्डेनिया डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड    114 फ्लैट


सेक्टर-75    अपेक्स ड्रीम होम प्राइवेट लिमिटेड 101 फ्लैट


सेक्टर-75    मैक्सब्लिस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड    123 फ्लैट
सेक्टर-75    एम्स आरजी एंजल प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड    111 फ्लैट


सेक्टर-121    आइवी काउंटी प्राइवेट लिमिटेड    88 फ्लैट
सेक्टर-75    एक्स मैक्स गार्डेनिया डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड    86 फ्लैट


सेक्टर-137    पूर्वांचल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड    47 फ्लैट
सेक्टर-144    गुलशन होम्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड    49 फ्लैट
सेक्टर-78    ओरियन इंफ्राबिल प्राइवेट लिमिटेड    41 फ्लैट
सेक्टर-143   बी रानी प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड    34 फ्लैट
सेक्टर-75    ई-होम्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड    29 फ्लैट
सेक्टर-78    नेक्सजेन इंफ्राकान प्राइवेट लिमिटेड    17 फ्लैट
सेक्टर-75    इंडोसम इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड    16 फ्लैट
सेक्टर-75    वैल्यूएन्ट इन्फ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड    15 फ्लैट
सेक्टर-137    गुलशन होम्स प्राइवेट लिमिटेड    7 फ्लैट
सेक्टर-108    डिवाइन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड    6 फ्लैट
सेक्टर-78    आईआईटीएल निम्बस हाइड पार्क प्राइवेट लिमिटेड    6 फ्लैट
सेक्टर-137    इम्पीरियल हाउसिंग वेंचर प्राइवेट लिमिटेड    3 फ्लैट
सेक्टर-168    पारस सीजन्स हेवन प्राइवेट लिमिटेड    2 फ्लैट
सेक्टर-107    सनवर्ल्ड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड    1 फ्लैट