UP के इस रिंग रोड के लिए 42 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
NEWS HINDI TV, DELHI : शहर में झुमका तिराहा से बदायूं रोड तक रिंग रोड का निर्माण प्रस्तावित है। दो वर्ष पहले धंतिया से चौबारी मुस्तकिल तक बनने वाले 20.2 किमी लंबे रिंग रोड के लिए दो वर्ष पूर्व डीपीआर बनाया गया था। इसके लिए 22 गांव के किसानों से जमीन का अधिग्रहण किया जाना था। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय की समिति ने भूमि अधिग्रहण को स्वीकृति दे दी है।
इससे रिंग रोड निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए अफसर अगले सप्ताह से जमीन अधिग्रहण शुरू करने की तैयारियों में जुटे हैं।
- एनएचएआइ के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही रिंग रोड निर्माण शुरू करने की तैयारी है। इसके लिए जरूरी भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव को समिति ने सोमवार को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
- अफसरों ने बताया कि इसके निर्माण पर डेढ़ हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें 22 गांव के किसानों से जमीन अधिग्रहण की कवायद लंबे समय से चल रही थी, जोकि अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगी
- उन्होंने बताया कि एनएचएआइ मुख्यालय की भूमि अधिग्रहण समिति ने सोमवार को बरेली के अधिकारियों के साथ मंथन के बाद प्रस्ताव के लिए मौखिक स्वीकृति दी है।
- जल्दी ही इसे अधिकृत तौर पर स्वीकृति मिल जाएगी। रिंग रोड के बनने के बाद बदायूं, हाथरस, आगरा व मथुरा से दिल्ली जाने वाले लोगों के लिए शहर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- इन गांव से होकर गुजरेगी रिंग रोडधंतिया, परसाखेड़ा, रसूला चौधरी, बाल कोठा, बादशाह नगर, सरनिया, रहपुरा जागीर, महेशपुर अटरिया, रोहता मुस्तकिल, सहसिया हुसैनपुर अहतमाली, सहसिया हुसैनपुर मुस्तकिल, सराय तल्फी मुस्तकिल, सराय तल्फी अहतमाली, महागांव उर्फ ऊंचगांव, बिरिया नरायनपुर, इटवा सुखदेवपुर, बेहटी देह जागीर, महेशपुर ठकुरान, बुखारा, चौबारी मुस्तकिल।
- एनएचएआइ बरेली के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बीडी पाठक ने बताया कि रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण का प्रक्रिया तेजी से चल रही है, इसके लिए हमारी एक टीम दिल्ली मुख्यालय में मंथन कर रही है। उम्मीद है एक सप्ताह में अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।