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SBI नहीं ये था भारत का पहला बैंक, 50 साल तक चला फिर लग गया ताला

SBI Bank - मौजूदा समय में कई सारे बैंक है। लेकिन क्या कभी आपके मन में भी ये सवाल आया कि आखिर बैंकों की शुरुआत कैसे हुई... या फिर दुनिया का सबसे पहला बैंक कौन सा था और भारत के सबसे पहले बैंक पर ताला क्यों लग गया... अगर आप इन सवालों के जवाब नहीं जानते है तो चलिए आइए आज जान लेते है इस खबर में।

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SBI नहीं ये था भारत का पहला बैंक, 50 साल तक चला फिर लग गया ताला

NEWS HINDI TV, DELHI : आज के समय में देश दुनिया में कई बैंक है. जिनके माध्यम से हमारा वित्तीय लेनदेन बहुत आसान हुआ है. हम न केवल अपने पैसे बैंक में रखकर ब्याज कमा सकते हैं. बल्कि जरूरत पड़ने पर बैंक से लोन भी लिया जा सकता है.

लेकिन क्या कभी आपके मन में भी ये सवाल आया कि आखिर बैंकों की शुरुआत कैसे हुई ? दुनिया का सबसे पहला बैंक कौन सा था और भारत के सबसे पहले बैंक पर ताला क्यों लग गया. बैंकों की स्थापना होने से पहले 2000 ईसा पूर्व भी बैंकिंग प्रणाली की शुरुआत हो चुकी थी.

बाटर सिस्टम से शुरुआत-


पहले बैंकिंग प्रणाली के अंतर्गत लेनदेन करंसी से नहीं बल्कि वस्तुओं से होता था. एक दूसरों की सहायता के लिए सामानों का लेनदेन किया जाता था. बाद में व्यापारियों ने सोने और अन्य धातुओं से बने सिक्कों का इस्तेमाल शुरू किया.

जब व्यापारी दुसरे देश या दूर दराज के इलाकों में व्यापार के लिए जाते तो चोरी के डर से सौदागरों के पास सिक्के जमा कर देते. बाद में सौदागरों ने इन पर ब्याज लेना शुरू किया. जिससे ब्याज प्रणाली की शुरुआत हुई.

दुनिया का सबसे पहला बैंक-

बैंक शब्द की शुरुआत इटली देश से हुई थी. दुनिया के सबसे पुराने बैंक की स्थापना साल 1397 में जियोवन्नी मेडिसी ने की थी. इस बैंक का नाम मेडिसी बैंक था. यह बैंक मेडिसी परिवार ने शुरू किया था. जो अभी तक अस्तित्व में है और इटली का चौथा सबसे बड़ा बैंक गिना जाता है.
 

भारत के पहले बैंक का नाम-


भारत में सबसे पहला बैंक ऑफ़ हिन्दुस्तान नाम से बैंक खोला गया था. जिसकी स्थापना साल 1770 में की गई थी. इस बैंक को कोलकाता की एक अंग्रेजी एजेंसी अलेक्जेंडर एंड कंपनी ने शुरू किया था.

करीब पचास साल के बाद यानी वर्ष 1832 में वित्तीय गड़बड़ियों के कारण देश के पहले बैंक पर ताला जड़ दिया गया. भारत का दूसरा बैंक वर्ष 1786 में शुरू हुआ और 1791 तक बंद हो गया.

2 जून 1806 को कोलकाता में एक और बैंक की नींव रखी गई. जिसका नाम रखा गया बैंक ऑफ़ कलकत्ता. इसे 2 जनवरी 1809 को बैंक ऑफ़ बंगाल नाम दिया गया. इसके बाद और बैंकों की भी स्थापना होने लगी.

27 जनवरी 1921 को बैंक ऑफ़ मद्रास, बैंक ऑफ़ मुंबई और बैंक ऑफ़ बंगाल का विलय कर इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया की शुरुआत हुई. भारत को आजादी मिलने के बाद इसे 30 अप्रैल 1955 को भारतीय स्टेट बैंक नाम दिया गया. जो आज भारत का सबसे पुराना और बड़ा बैंक है.