CIBIL Score : अब खराब सिबिल स्कोर वालों को लोन हीं नहीं एक और होगी बड़ी मुश्किल, जान लें आप भी
NEWS HINDI TV, DELHI: जब भी आप बैंक में लोन लेने जाते हैं तो आपका सिबिल स्कोर (Cibil Score) देखा जाता है. उसी के आधार पर तय होता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं. सिबिल स्कोर किसी भी व्यक्ति के क्रेडिट ट्रांजैक्शन या क्रेडिट हिस्ट्री बताते हैं. जिससे ये पता चलता है कि कब-कब लोन लिया, उसका समय पर भुगतान किया या नहीं. अभी कितना कर्ज है, कितने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं और उनका समय पर भुगतान होता है या नहीं।
बैंक में नौकरी के लिए जरूरी है क्रेडिट स्कोर:
सिबिल स्कोर (Cibil Score) के आधार पर भुगतान को लेकर कोई व्यक्ति कितना जिम्मेदार है उसका पता चल जाता है. लेकिन अब यह क्रेडिट स्कोर बैंक में नौकरी (Cibil Score For Bank Job) लेने के लिए भी जरूरी है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को छोड़कर अन्य सभी सरकारी बैंकों ने बीते साल के जुलाई महीने में बैंकों में नौकरी के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए सिबिल स्कोर को भी अनिवार्य योग्यताओं में शामिल किया.
नौकरी के लिए जरूरी है बेहतर सिबिल स्कोर:
बैंकिंग रिक्रूटमेंट एजेंसी इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनेल सिलेक्शन (IBPS) ने सिबिल स्कोर को उम्मीदवारों की अनिवार्य योग्यताओं में जोड़ा. आवेदन की योग्यता में यह भी बताया गया कि आवेदनकर्ता का सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए।
नोटिफिकेशन के अनुसार बैंक में नौकरी के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का सिबिल स्कोर 650 या उससे ज्यादा होना चाहिए. इसके साथ ही आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वे आगे भी बेहतर क्रेडिट स्कोर को बनाए रखेंगे।
कंपनियों ने भी अनिवार्य कर दिया क्रेडिट स्कोर:
सरकारी बैंकों में आवेदन करने के साथ ही कुछ प्राइवेट बैंक और मल्टीनेशनल फर्मों और कंपनियों ने भी नौकरी देने से पहले आवेदन करने वालों के बेहतर सिबिल स्कोर को अनिवार्य कर दिया. बेहतर सिबिल स्कोर नहीं होने के कारण पहले केवल लोन नहीं मिलता था. लेकिन अब नए क्रेडिट क्लॉज और कई कंपनियों ने नौकरी के लिए इसे अनिवार्य करने बाद सिबिल स्कोर की अहमियत और ज्यादा बढ़ गई।
सिबिल स्कोर के खराब होने पर कैसे सुधारें:
यदि आपका सिबिल स्कोर खराब है या अपने सिबिल स्कोर को हमेशा बेहतर बनाए रखना चाहते हैं तो कुछ सावधानियों का पालन करके उसे ठीक किया जा सकता है –
सभी प्रकार के लोन और बिलों का सही समय पर भुगतान करें. लोन की सभी ईएमआई का भुगतान नियत समय पर करें।
- सबसे जरूरी है अपनी क्रेडिट रिपोर्ट पर नजर रखना. इसके जरिये आपको यह पता चलेगा कि आपकी कमियां क्या है और उसे कैसे सुधारा जा सकता है।
- जब तक बहुत ज्यादा जरूरी न हो तब तब क्रेडिट कार्ड की लिमिट का केवल 30-40 फीसदी ही इस्तेमाल करें. क्रेडिट कार्ड की लिमिट से ज्यादा खर्च करने पर क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है।
- यदि आपके ऊपर पहले से लोन का कर्ज है तो नए कर्ज के लिए आवेदन नहीं करें।
- एक साथ ही कई लोन लेने से ईएमआई का भुगतान करने में परेशानी हो सकती है. जिसके कारण भी आपका सिबिल स्कोर खराब होगा. इसलिए ऐसी स्थितियों से बचें।