News hindi tv

Success Story : घर बेचकर शुरू किया कबाड़ का बिजनेस, अब खड़ी कर दी 300 करोड़ की कंपनी

Success Story : जिंदगी में अगर कुछ करने की ठान ली जाए तो सफलता जरूर मिलती है। दुनिया में ऐसे लोग कम ही हैं जो तमाम परेशानियों के बावजूद बड़ी सफलता हासिल करते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है छत्तीसगढ़ के एक शख्स सिंह ने। जिसमें एक शख्स ने घर बेचकर शुरू किया कबाड़ का बिजनेस और अब इस बिजनेस से ही खड़ी कर दी 300 करोड़ की कंपनी, इस शख्स ने इस पुरानी कहावत 'कुछ कर गुजरने का जज्‍बा हो तो मिट्टी को भी सोना बना सकते हैं' को सच कर दिखाया, आइए खबर में जानते है इसके बारे में पूरी जानकारी।

 | 
Success Story : घर बेचकर शुरू किया कबाड़ का बिजनेस, अब खड़ी कर दी 300 करोड़ की कंपनी

NEWS HINDI TV, DELHI:  दुनिया में ऐसा कौन सा इंसान होगा जो सफलता नहीं पाना चाहता और इसके लिए इंसान जी तोड़ मेहनत करता है। सुबह से लेकर रात तक काम में व्यस्त रहता है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आपकी ये मेहनत करना रंग नहीं लाता और लाख कोशिशें के बाद भी आप सफल (Success) नहीं हो पाते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे हाते है जिन्हे बिजनेस करने का हुनर तगड़ा होता है। 

बिजनेस का हुनर (business skills) रखने वाले तो गंजे को भी कंघी बेच दते हैं। यह कहावत शायद राहुल सिंह जैसे होनहार के लिए ही बनी है। छत्‍तीसगढ़ के लोअर मिडिल क्‍लास में जन्‍मे राहुल ने ऐसा दिमाग लगाया कि पीढि़यों के लिए पैसा तैयार हो गया। उन्‍होंने अपने बिजनेस पार्टनर के साथ मिलकर कबाड़ (scrap business) वस्‍तुओं से प्रोडक्‍ट बनाने शुरू किए और आज दुनिया के टॉप देशों में उनका कारोबार (business on top) चल रहा है। कंपनी का राजस्‍व 300 करोड़ रुपये सालाना को भी पार कर गया है।


 

हम बात कर रहे हैं इकोसोल होम (EcoSoul Home) के फाउंडर राहुल सिंह की। उन्‍होंने अपने दोस्‍त अरविंद गणेशन के साथ मिलकर 2020 में इस कंपनी को बनाया था। उनकी कंपनी पेड़ों की पत्तियों, बांस और वेस्‍ट को मिलाकर प्रोडक्‍ट तैयार करती है। राहुल पैसा बनाने के साथ पर्यावरण को भी बचाने का काम कर रहे हैं। इस कंपनी में बॉलीवुड अभिनेत्री भूमि पेंढेकर और एस्‍सेल जैसी दिग्‍गज कंपनी ने निवेश किया है। राहुल सिंह की कंपनी अब तक 125 करोड़ की फंडिंग जुटा चुकी है।
 

सरकारी स्‍कूल में हुई पढ़ाई


राहुल सिंह का जन्‍म छत्‍तीसगढ़ के भिलाई में हुआ था। उनकी स्‍कूली शिक्षा सरकारी निगम स्‍कूल में हुई थी। 2005 में सूरत से बीटेक की पढ़ाई करने के बाद 2008 में जमशेदपुर के जेवियर स्‍कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए भी पूरा कर लिया। 2008 से 2019 तक राहुल ने तमाम कंपनियों में काम किया, लेकिन हमेशा मन में अपना कारोबार शुरू करने की इच्‍छा रही।

शुरुआती राह नहीं थी आसान 


राहुल के लिए अपने बिजनेस की नींव रखना आसान नहीं था। उन्‍होंने फंडिंग के लिए काफी हाथ-पांव मारे लेकिन काम नहीं बना। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जाता है कि राहुल ने पूंजी जुटाने के लिए अपना घर तक बेच दिया। इसके बाद साल 2020 में दोस्‍त अरविंद गणेशन के साथ मिलकर अमेरिका के वॉशिंगटन में EcoSoul Home बिजनेस शुरू किया।

कंपनी के पास 150 मैन्‍यूफैक्‍चरिंग यूनिट


कारोबार बढ़ा तो इसे विस्‍तार देने राहुल 2022 में भारत आ गए। आज उनकी कंपनी दुनिया के टॉप देशों अमेरिका, जर्मनी, कनाडा, यूके में कारोबार कर रही है। मौजूदा समय में कंपनी का राजस्‍व 300 करोड़ रुपये को भी पार कर गया है। राहुल का लक्ष्‍य पर्यावरण को वेस्‍ट से बचाने के साथ उसे वेल्‍थ में बदने का है।
 

13 लाख टन प्‍लास्टि का इस्‍तेमाल


राहुल की कंपनी और उनका बिजनेस आइडिया (business idea) किस तरह दोहरा फायदा करा रहा है, इसकी बानगी प्रोडक्‍शन आंकड़ों से साफ पता चलती है। अभी तक राहुल की कंपनी 1।3 मिलियन टन यानी 13 लाख प्‍लास्टिक का इस्‍तेमाल (use of plastic) करके प्रोडक्‍ट बना चुकी है, जिससे पर्यावरण को भी फायदा मिला।